जो छात्र दूसरे लोगों के साथ अपना ज्ञान बांटना पसंद करते हैं, उन छात्रों के लिए लाइब्रेरी का कोर्स एक बेहतर विकल्प हो सकता है। आइए जानते हैं, कि लाइब्रेरी का कोर्स कैसे होता है (Library Ka Course Kaise Hota Hai) तथा लाइब्रेरी कोर्स के लिए योग्यता (Library Course Ke Liye Qualification) क्या होती है।
लाइब्रेरी का कोर्स कैसे होता है? (Library Ka Course Kaise Hota Hai)
लाइब्रेरी का कोर्स सूचना तकनीकी तथा पुस्तकालय प्रबंधन पर आधारित होता है। लाइब्रेरियन बनने के लिए आपको लाइब्रेरी साइंस में बैचलर और मास्टर की डिग्री हासिल करनी होगी। तो आइए कुछ प्रमुख लाइब्रेरी कोर्स के बारे में जानते हैं।
#1. बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (Bachelor of Library Science)
इस कोर्स को करने के लिए आपको किसी भी स्ट्रीम से अपना स्नातक पूरा करना होगा, तत्पश्चात आप बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस का 1 वर्षीय कोर्स कर सकते हैं, जिसमें आपको सूचना प्रणाली तथा लाइब्रेरी संगठन के बारे में पढ़ाया जाएगा।
#2. सर्टिफिकेट इन लाइब्रेरी साइंस (Certificate in Library Science)
यह एक शॉर्ट टर्म कोर्स होता है, जिसकी अवधि 6 महीने से लेकर 1 साल की होती है। इस कोर्स में आपको पुस्तक वर्गीकरण, लाइब्रेरी नेटवर्किंग, पुस्तकालय की भूमिका और महत्व के बारे में पढ़ाया जाता है।
#3. डिप्लोमा इन लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस (Diploma in Library And Information Science)
इस कोर्स में आपको पुस्तकालय प्रबंधन के सिद्धांतों के बारे में आधुनिक प्रशिक्षण मिलता है। कोर्स की समय अवधि 6 महीने से लेकर 2 साल तक हो सकती है। इस कोर्स में मूल रूप से आपको डिजिटल लाइब्रेरी की अवधारणा, सूचना प्रौद्योगिकी का परिचय तथा पुस्तकालय संचालन के बारे में पढ़ाया जाता है।
#4. मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (Master of Library Science)
यह एक पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स होता है, जिसमें लाइब्रेरी साइंस के बारे में आपको विस्तार पूर्वक जानकारी दी जाती है। कोर्स में आपको पुस्तकालय में शोध, वित्तीय प्रबंधन और मानव संसाधन के बारे में पढ़ाया जाता है, साथ ही DSpace तथा Koha जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना भी सिखाया जाता है।
#5. पीएचडी इन लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस (P.H.D In Library And Information Science)
इस कोर्स में छात्रों को पुस्तकालय के क्षेत्र में शोध करने का अवसर मिलता है, जिसमें प्रबंधन के आधुनिक तरीके, डाटाबेस डिजाइन तैयार करना और ग्रामीण क्षेत्र के लिए लाइब्रेरी मॉडल तैयार करना शामिल होता है।
लाइब्रेरी कोर्स फीस (Library Course Fees)
लाइब्रेरी कोर्स की फीस शिक्षण संस्थान, बैचलर डिग्री, मास्टर डिग्री, डिप्लोमा तथा राज्यों के आधार पर अलग-अलग होती है। यदि आप BHU तथा DU जैसे संस्थान से डिप्लोमा इन लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस का कोर्स करते हैं, तो फीस लगभग 6,000 से लेकर 25,000 रूपए तक हो सकती है। इसी प्रकार यदि आप सरकारी विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस का कोर्स करते हैं, तो फीस 22,000 से 65,000 रूपए तक हो सकती है।
लाइब्रेरी कोर्स के लिए योग्यता (Library Course Ke Liye Qualification)
लाइब्रेरी कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता पढ़ाई के स्तर (बैचलर, डिप्लोमा तथा मास्टर) के ऊपर निर्भर करती है। आइए कुछ प्रमुख लाइब्रेरी कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता के बारे में जानते हैं।
- डिप्लोमा इन लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस का कोर्स करने के लिए 12वीं पास होना चाहिए।
- सर्टिफिकेट इन लाइब्रेरी साइंस का कोर्स करने के लिए आपको न्यूनतम 10वीं अथवा 12वीं पास होना चाहिए।
- मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस का कोर्स करने के लिए आपको बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस का कोर्स करना होगा, जिसमें न्यूनतम 50% अंक हासिल करना होता है।
- बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस का कोर्स करने के लिए आपको किसी भी स्ट्रीम में स्नातक करना होगा।
लाइब्रेरी कोर्स आर्ट्स (Library Course Arts)
आर्ट्स स्ट्रीम के छात्र भी लाइब्रेरी कोर्स कर सकते हैं। आप अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, दिल्ली विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय तथा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से पढ़ाई कर सकते हैं। आर्ट के छात्रों के लिए बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस का कोर्स बेहतर ऑप्शन हो सकता है।
लाइब्रेरियन कोर्स आईजेएनओयू (Library Course IGNOU)
IGNOU (इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय) के द्वारा बहुत सारे लाइब्रेरी कोर्स ऑफर किए जाते है, जो पुस्तकालय प्रबंधन के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। इस यूनिवर्सिटी की फीस 2,600 रुपए से लेकर 13,000 रूपए तक हो सकती है, जो अलग-अलग कोर्स के ऊपर निर्भर करती है।
लाइब्रेरियन कोर्स कितने साल का होता है? (Librarian Course Kitne Saal Ka Hota Hai)
लाइब्रेरियन कोर्स की समय अवधि विभिन्न संस्थाओं के मुताबिक अलग-अलग हो सकती है। आमतौर पर लाइब्रेरियन कोर्स की समय अवधि 6 महीने से लेकर 4 साल तक हो सकती है। डिप्लोमा कोर्स की समय अवधि 6 महीने से 1 साल तक होती है। बैचलर कोर्स की समय अवधि 1 से 3 साल तक होती है तथा मास्टर डिग्री की समय अवधि लगभग 4 साल तक होती है।
FAQS – लाइब्रेरी का कोर्स कैसे होता है से संबंधित सवाल-जवाब
आइए इस लेख में लाइब्रेरी का कोर्स कैसे होता है से जुड़े हुए कुछ प्रश्नों को देखते हैं।
#1. लाइब्रेरियन बनने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है?
लाइब्रेरियन बनने के लिए डिप्लोमा इन लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस एक बेस्ट कोर्स हो सकता है।
#2. लाइब्रेरी टीचर बनने के लिए क्या करना पड़ता है?
लाइब्रेरी टीचर बनने के लिए आपको लाइब्रेरी साइंस से जुड़ा हुआ कोई सर्टिफिकेट अथवा डिप्लोमा कोर्स करना होगा, तत्पश्चात आप विद्यालय स्तर पर लाइब्रेरी से जुड़ी हुई शिक्षा प्रदान कर सकते हैं।
#3. लाइब्रेरी टीचर की सैलरी कितनी होती है?
लाइब्रेरी टीचर की सैलरी टीचर के शिक्षा स्तर, अनुभव तथा स्कूल के ऊपर निर्भर करता है, जो 25,000 से लेकर 40,000 रूपए तक हो सकती है। 5-10 साल का अनुभव प्राप्त करने के पश्चात एक लाइब्रेरी टीचर की सैलरी 35,000 से 70,000 रूपए तक हो सकती है।
#4. स्कूल में लाइब्रेरियन का क्या काम होता है?
स्कूल में लाइब्रेरियन का काम स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के लिए अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराना है, जिससे विद्यार्थी पुस्तकों का सही उपयोग कर सके, साथ ही लाइब्रेरियन का काम पुस्तकालय प्रबंधन का देखरेख करना होता है।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको लाइब्रेरी का कोर्स कैसे होता है के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है।