पहली बार करवा चौथ कैसे करें? (Pahli Baar Karwa Chauth Kaise Kare)

Pahli Baar Karwa Chauth Kaise Kare

हिंदू धर्म में करवा चौथ का व्रत काफी खास माना जाता है, जिसमें सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जल व्रत रहती है। करवा चौथ का व्रत निर्जला होता है, जिसमें सरगी के पश्चात महिलाएं दिनभर उपवास रहती है।

तो आइए इस लेख में जानते हैं, कि पहली बार करवा चौथ का व्रत कैसे रखें (Pehli Baar Karwa Chauth Ka Vrat Kaise Rakhe) तथा करवा चौथ की पूजन विधि क्या होती है।  

पहली बार करवा चौथ कैसे करें? (Pahli Baar Karwa Chauth Kaise Kare)

Pahli Baar Karwa Chauth Kaise Kare

यदि आप पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही है, तो आप नीचे बताएं गए सुझाव को अपना सकती है।

#1. सरगी खाकर व्रत की शुरुआत करें 

जो महिलाएं पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही है, उन महिलाओं को सबसे पहले सुबह उठकर सरगी खाना चाहिए और अपने व्रत की शुरुआत करना चाहिए। आप ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान करें, तत्पश्चात सरगी खाएं। पारंपरिक मान्यताओं के मुताबिक, सांस बहू को सरगी देती है।

#2. संध्या पूजन करें 

शाम के समय में करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं को संध्या पूजन करना होता है। चांद निकलने के बाद व्रत कथा का पाठ करके पूजा किया जाता है, तत्पश्चात महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देती है और छलनी से चंद्रमा का दर्शन करती है, उसके बाद छलनी से पति का चेहरा देखती हैं। 

#3. पत्नी को पति द्वारा पानी पिलाना 

छलनी से पति का चेहरा देने के पश्चात पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाया जाता है, तत्पश्चात करवा चौथ का व्रत पूरा होता है। 

#4. महिलाओं द्वारा 16 श्रंगार करना 

पति की सलामती के लिए महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती है और करवा चौथ को सुहागिनों का त्यौहार भी माना जाता है, इसीलिए इस पर्व पर महिलाएं 16 श्रंगार करती है और सज धजकर पूजा पाठ करती है।

#5. सभी महिलाएं मेहंदी लगाएं 

करवा चौथ पर सुहागिन महिलाओं को अपने हाथों पर मेहंदी लगाना चाहिए, क्योंकि हर शुभ कार्य में महिलाओं द्वारा मेहंदी लगाया जाता है। जो महिलाएं करवा चौथ का व्रत नहीं रखती है, उन्हें भी इस दिन मेहंदी लगाना चाहिए।

करवा चौथ पूजन विधि सामग्री (Karwa Chauth Poojan Vidhi Samagri)

करवा चौथ की पूजा करने के लिए आपको मिट्टी की 5 डेलियां, सिंदूर, छलनी, दीपक, फल-फूल, मिठाई, तांबा, पीतल या मिट्टी का ढक्कन और करवा, पानी का लोटा, कांस के सिक्के, करवा चौथ की थाली लेना चाहिए,

इसके अलावा आपको शुद्ध घी, कच्चा दूध, शहद, चंदन, धूप, रूई, कपूर, बिंदी, चूड़ी, लकड़ी का आसन, शक्कर का बूरा, आठ पूरियों की अठावरी, चुनरी, अक्षत, गंगाजल तथा माचिस की आवश्यकता होगी।

करवा चौथ में मायके से क्या-क्या आता है? (Karwa Chauth Me Mayke Se Kya-Kya Aata Hai)

करवा चौथ में मायके से सुहाग से जुड़ी हुई चीज जैसे चूड़ियां, काजल, सिंदूर, मेहंदी, गहने भेजे जाते हैं, इसके अलावा सूट अथवा साड़ी भेजा जाता है तथा मायके वाले ससुराल के अन्य सदस्यों के लिए भी कपड़ा भेज सकते है।

मिठाई में आमतौर पर लड्डू अथवा बर्फी भेजा जाता है तथा सूखे मेवे और फल भी ससुराल के द्वारा आता है।

मायके से चावल और हल्दी, अगरबत्ती, दीपक, मिट्टी का घड़ा, पूजा के लिए फल अथवा मिठाई आ सकता है तथा लड़की के माता-पिता अपनी बेटी को आशीर्वाद के तौर पर कुछ धनराशि भी दे सकते हैं। 

करवा चौथ की पूजा की विधि (Karwa Chauth Ki Pooja Ki Vidhi)

हिंदू धर्म में करवा चौथ की पूजा पूरे विधि विधान के साथ किया जाता है तत्पश्चात सुहागिन महिला को उसका फल प्राप्त होता है। 

तो आइए इस लेख में करवा चौथ की पूजा की विधि जानते हैं।

  • करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाएं आमतौर पर साड़ी अथवा लहंगा पहनती है।
  • उसके बाद महिलाएं कुल 16 श्रंगार करती है, जिसमें चूड़ी, बिंदी, मेहंदी तथा सिंदूर मुख्य रूप से शामिल होता है।
  • तत्पश्चात आपको किसी साफ सुथरा स्थान पर चौकी अथवा पटरा रखना चाहिए। 
  • चौकी पर आपको लाल अथवा पीले रंग का वस्त्र बिछाना चाहिए। 
  • चौकी पर आपको करवा माता, भगवान गणेश, भगवान शिव, मां पार्वती की प्रतिमा रखना चाहिए। 
  • अब आपको तांबा अथवा मिट्टी का घड़ा भरकर उसमें जल भरना चाहिए और उसके ऊपर नारियल रखना चाहिए।
  • घड़े पर रोली से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं।
  • अब आपको पति की लंबी उम्र का संकल्प लेकर व्रत करना चाहिए। 
  • तत्पश्चात करवा माता, मां पार्वती तथा भगवान गणेश के ऊपर होली, कुमकुम, हल्दी, चावल चढ़ाना चाहिए तथा अगरबत्ती और दीपक दिखाना चाहिए।
  • उसके बाद घड़े पर आपको कुमकुम अथवा हल्दी लगाना चाहिए।
  • सुहागिन महिलाएं करवा चौथ की व्रत की कथा सुन सकती है। 
  • छलनी से चंद्रमा को देखने के पश्चात आपको पति का चेहरा देखना होता है। ‌
  • अंत में पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत का समापन किया जाता है।

सरगी क्या होता है? (Sargi Kya hota Hai)

करवा चौथ की पूजा में सरगी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सुबह सूर्योदय होने से पहले ही सांस अपनी बहू को सरगी देती है। सरगी को खाने के पश्चात ही व्रत का शुभारंभ होता है।

व्रत के दौरान ऊर्जावान बने रहने के लिए स्वादिष्ट चीजें तथा पौष्टिक आहार दिया जाता है, जिसमें मुख्य रूप से आनार, केला, सेब, संतरा, अखरोट, बादाम, पिस्ता तथा किसमिस शामिल होता है।

FAQS – पहली बार करवा चौथ कैसे करें से जुड़ा हुआ सवाल-जवाब 

आइए इस लेख में पहली बार करवा चौथ कैसे करें से जुड़े हुए कुछ प्रश्नों को देखते हैं।

#1. पहली बार करवा चौथ कैसे उठाया जाता है?

जब कोई नई दुल्हन अपने ससुराल में करवा चौथ का  व्रत रखती है, तो उसके लिए वह दिन काफी खास होता है, इसीलिए आपको करवा चौथ की पूजा को पूरे विधि-विधान के साथ करना चाहिए, जिससे आपके पति की आयु लंबी हो।

#2. अकेले करवा चौथ कैसे करें?

ऐसी महिलाएं जिनके पति घर से बाहर है, ऐसी महिलाएं अकेले भी करवा चौथ का व्रत रख सकती है।  आप वीडियो कॉल की सहायता से अपने पति का चेहरा देखकर व्रत तोड़ सकती है। 

#3. करवा चौथ का नियम क्या है?

करवा चौथ में मुख्य रूप से करवा माता का पूजा होता है, उसके बाद से छलनी में चंद्रमा को देखा जाता है, तत्पश्चात पति को छलनी में देखा जाता है, उसके बाद से पति पत्नी को पानी मिलाकर पूजा का समापन करता है।

निष्कर्ष – पहली बार करवा चौथ कैसे करें?

इस लेख में हमने आपको पहली बार करवा चौथ कैसे करें के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top